Description
- AGAR JANE ANJANE ME HAMARE PARIVAR SE KOI BHI BHUL HOGAYI HO THO USSE BHOOL SAMAJ KAR BHUL JAYE…UTTAM KSHAMA.. Jiv Thi Koi Nani Moti Janta Ajanta Bhul Thai Hoy to Paryushan Prarmbh Thay Te Pahela Be Hath Jodi Mastak Jhukavi MICHAMI DUKADAM
- GALTI APNI HE YA UNKI KYO KARTE HO HISAB KSHAMA YACHNA KARKE KARLO MANKI SAF KITAB TAN MAN SE YA KAYA SE AGAR KIYA APMAN TO SHAMA KARO SHRIMAN VINAMRTA SE HAT JODKAR YAHI KARU ANURODH KHSMAPANA KA PARV MITAYE KATUTA PIDA KRODH
- छोटा सा संसार
गलतिया अपार
आपके पास है क्षमा का अधिकार
कर लीजिये निवेदन स्वीकार
मिच्छामि दुक्कडम - आपके सुख की हरदम
प्रभु से करते कामना
अनजाने में तीर चल जाते है
जिंदगी का करते सामना
आपका दिल दुखे
ऐसी नहीं थी हमारी भावना
फिर भी भूलवश हुई
गलती के लिये
दोनों हाथ जोड़कर
करते है क्षमायाचना
मिच्छामि दुक्कडम् - जाने अनजाने में हम से कोई भूल हुई
या हमने आपका दिल दुखाया हो तो
मन, वचन, काया से “उत्तम क्षमा”
समभाव रखते हुए “पर्युषण” महापर्व पर
हम आपसे मन, वचन, काया से “क्षमा याचना” करते है |
मिच्छामि दुक्कडम् - दो शब्द क्षमा के जीवो को खुशहाल करते है
टकराव दूर होता है, खुशिया हज़ार देते है
खुश रहे खुशिया बाटे, महान उसे कहते है
मिच्छामि दुक्कडम् - भुल होना प्रकृति है
मान लेना संस्कृति है
इसलिये की गई गलती के लिये
हमें क्षमा करे
मिच्छामि दुक्कडम - इस छोटी सी ज़िन्दगी में
हमारी आपकी छोटी सी मुलाकात में
कभी भी, कहीं भी, हमारी वजह से
आपकी चाँद सी मुस्कान चली गई होतो
हमें क्षमा करे
मिच्छामि दुक्कडम् - 365 दिन, 12 महीने, 52 सप्ताह,
8760 घंटो, 525600 मिनिटों, 876031536000 सेकंड्स
में हमारे तरफ से कोई जाने अनजाने में गलती हुई हो
या दिल दुखाया हो तो बारम्बार हाथ जोड़कर उत्तम क्षमा |
मिच्छामि दुक्कडम् - अनजाने में , अनचाहे भी, भूल कभी भी हो सकती है
जीवन के उन क्रूर पलों में, भूल भी हो सकती है
जीवन के उन क्रूर पलों की, भूल हमारी माफ़ करे
क्षमा पर्व है, क्षमा दान है, क्लेश का अंत करे
मिच्छामि दुक्कडम्