Description
- चलो मनाये एक साथ
गुड़ी का पर्व, हम साथ साथ
हैप्पी गुड़ी पड़वा! - मीठी पुरनपोली और गुजियाँ
चारों तरफ हो खुशियाँ ही खुशियाँ
आसमान में हर तरफ पतंगों की बारात
चलो मनाये हिन्दू नव वर्ष इस बार! - मीठे पकवानों की होती चारो तरफ बहार
दिया बाती से सजाओ गुड़ी पड़वायह का पर्व
सभी को शुभ को नव वर्ष हर बार! - घर में आये शुभ संदेश धरकर खुशियों का वेश
पुराने साल को अलविदा हैं भाई
हैं सबको नवीन वर्ष की बधाई! - मौसम ही कर देता नववर्ष का सत्कार
वृक्षों पर सजती नये पत्तों की बहार
हरियाली से महकता प्रकृति का व्यवहार
आया है आया गुड़ी का त्यौहार - लाये खुशियों की बारात
ऐसी हो गुडी पड़वा से परम्परागत शुरुवात - शाखों पर सजता नये पत्तो का श्रृंगार
मीठे पकवानों की होती चारो तरफ बहार
मीठी बोली से करते, सब एक दूजे का दीदार
चलो मनाये हिन्दू नव वर्ष इस बार - मधुर संगीत का साज खिले
हर एक पल खुशियाँ ही खुशियाँ मिले
दिया बाती से सजाओ गुड़ी यह का पर्व
ऐसे ही रोशन रहे यह नव वर्ष - गुढी प्रोमाची उभरूया मानी औचित्य शुभमुहूर्ताचे करुनी। .. विसरूनी जाऊ दुःख सारे स्वागत कार्य नववर्षाचे प्रेमभरे।
- नाक्षरीदार काठीवरी रेशमी वस्त्र , त्याच्यावर चांदीचा लोटा , उभरूनी मराठी मनाची गुढी , साजरा करुया हा गुड़ी पडवा ! नूतन वर्षाच्या हार्दिक शुभेच्छा ! हेप्पी गुढी पाडवा